प्रयागराज। कोरोना वायरस के खतरे को लेकर लोग आशंकित हैं। आगे क्या होगा, इसकी जिज्ञासा हर किसी में है। यह स्थिति देखते हुए धर्म गुरुओं ने लोगों से पूरा संयम बरतने की अपील करते हुए कोरोना से हो रही जंग जीतने का आह्वान किया है। कहा कि यह जंग तभी जीती जा सकती है जब हम सभी जागरूक रहें, सचेत रहें, सजग रहें और अपने साथ दूसरों का भी बचाव करें। धर्मगुरुओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 'जनता कर्फ्यू' की अपील को देशहित में बताते हुए इसका हृदय से पालन करने को कहा है।
श्री रामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य जगदगुरु स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती ने प्रधानमंत्री की ओर से 22 मार्च को घोषित जनता कर्फ्यू का समर्थन किया है। कहा है कि प्रधानमंत्री के अनुरोध का सम्मान करें क्योंकि संकट देश दुनिया पर आया है। स्वामी वासुदेवानंद खुद भी मास्क लगाकर भक्तों से मुलाकात कर रहे हैं।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष स्वामी नरेंद्र गिरि ने कहा है कि लोगों को अपने घरों में हवन करना चाहिए। प्रधानमंत्री ने जनता कफ्र्यू की अपील की है तो यह बड़ी बात है। कहा कि बच्चों को भी इस बीमारी से बचाव के लिए जागरुक करें।
टीकरमाफी आश्रम के महंत हरिचैतन्य ब्रह्मचारी ने कहा है कि प्रधानमंत्री ने बड़ी जिम्मेदारी से कोरोना के खिलाफ जंग का आह्वान किया है। इसमें सभी को देश के वीर सपूत की भांति जुट जाना चाहिए। यह तभी हो सकता है जब हम सभी प्रधानमंत्री के आह्वान का पालन करते हुए घरों में रहें।
लक्ष्मीनारायण मंदिर अल्लापुर के महंत घनश्यामाचार्य ने अपील की शुरुआत अपने शिष्यों से की। कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान में हर एक शब्द अहम रहा, जिसका पालन जरूरी है। कोरोना को नजरअंदाज करना खतरे को न्यौता देने के समान है। 22 मार्च को घरों में रहीं। दूसरों को भी जागरूक करें।