झांसी ग्रेजुएट के 01 दिसंबर 2020 को होने वाले मतदान के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस
आज इलाहाबाद - झांसी ग्रेजुएट constituency के 1 दिसंबर 2020 को होने वाले मतदान के संदर्भ में गैर राजनैतिक संगठन Atewa के प्रत्यशी डॉ हरी प्रकाश यादव की प्रेस कॉन्फ्रेंस में उनके सपोर्ट में भाग लिया।
डॉ हरी प्रकाश यादव इस चुनाव में सबसे मुख्य मुद्दा - पुरानी पेंशन योजना की बहाली को लेकर उतरे है। हम प्रधान मंत्री जी की एक देश एक विधान के पक्ष में है और पूछना चाहते है की सांसद/विधायक को पुरनी पेंशन बिना इनकम टैक्स तो फिर अधिकारियों/कर्मचारियों/शिक्षकों को नई पेंशन योजना (NPS) क्यों ,उन्हें भी पुरानी पेंशन क्यों नहीं?
पेंशन एक इंसान की बुढ़ापे कि लाठी की तरह होती है।क्या सरकार अपने कर्मचारियों/ शिक्षकों के बुढ़ापे में लावारिस छोड़ना चाहती है ????? इस लिए पुरानी पेंशन हम सबको लागू कराना ही होगा।नहीं तो हम या हमारी आने वाली पीढ़ी बुढ़ापे में दर दर ठोकरें खाएगे।
दूसरा प्रमुख बिंदु जो अटेवा के प्रत्यशी ने मुद्दा बनाया है वह है रोजगार का। वर्तमान में सरकार में कई लाख पद क्लास 3 और 4 के खाली पड़े है।परन्तु सरकार कोरी पब्लिसिटी करती है कि बेरोजगारी दूर करने हेतु विदेशी कंपनी लाने का प्रयास कर रहे है।परन्तु जो सरकार में श्रेडी 3-4के लाखो पद काफी समय से खाली पड़े है उन पर नियमित नियुक्तियों के लिए सरकार या कोई भी राजनैतिक दल बहुत गंभीर कदम नहीं उठता है। सरकार बेहद फिजूल खर्ची करती है लेकिन जब कर्मचारी शिक्षकों को पेंशन या तनख़ाह देने की बात आती है तो पैसे की तंगी का रोना लेकर बैठ जाती है।
तीसरा मुद्दा आउट sourcing /संविदा पर नियुक्तियों को न कर नियमित नियुक्तियों दी जानी चाहिए।
चौथा मुद्दा - कर्मचारी/अधिकारियों /शिक्षकों को कैश लैस चिकित्सा व्यवस्था उपलब्ध कराया जाना। उल्लेखनीय है कि सरकारी कर्मचारी परिचरया नियमावली 2011 यथा संशोधित 2016 नियमावली में इसके लिए प्राविधान बना है।वर्तमान सरकार ने इस योजना का नाम तो जरूर दीन दयाल उपाध्याय केश लैस योजना रखा और 1 मई 2017 से लागू करने का आश्वासन दिया जरूर, परन्तु साढ़े तीन साल बाद भी यह योजना सरकार की ढुलमुल नीति के कारण अभी तक शुरू नहीं की गई है।तमाम कर्मचारी/पेंशनर्स गरीबी के कारण अपना इलाज ठीक से नहीं करा सके और स्वर्ग सिधार चुके है और बड़ी संख्या में इलाज न होने और इलाज में भ्रष्टचार के कारण दिन गीन रहे है।
पांचवा मुद्दा कर्मचारियों/शिक्षकों के साथ हो रहे उत्पीड़न रोकने और जनता की सामान्य समस्याओं का समधान कराना। भ्रष्टाचार को ख़तम करने की कोशिश।
हम सभी राजनेतिक दलों को पिछले 24 साल से अधिक समय से देख रहे है परन्तु *पिछले चुनावों में जीते दिग्गजों ने ग्रेजुएट्स कि भलाई के लिए विधान परिषद में कभी कोई मुद्दा ढंग से उठाए ही नहीं और न ही कोई ठोस प्रयास किया।
अतः अब हम लोगो को (कर्मचारी/अधिकारी/शिक्षक और बेरोजगार नव युवक) अपना प्रतिनिधि *डॉ हरी प्रकाश यादव को ballot paper पर क्रमांक 15 पर उनके नाम के सामने 1 की लकीर इलेक्शन कमिशन की पेन से बना कर अपना बहुमूल्य मत देना है।यह मुद्दे की पर लड़ाई बिना मुद्दे के राजनैतिक दलों से है।
आर एस वर्मा 27/11/2020
आई ए एस (से नि)
अध्यक्ष,गवर्नमेंट पेंशनर्स
वेलफेयर एसोसिएशन।
याद रखे यह एक निर्दलीय ,स्वक्ष चरित्र,बुद्धिजीवी,ईमानदार कैंडिडेट है ,इन्हे अपना बहुमूल्य मत देकर 1 दिसंबर 20को विजय बनाए। यह जीत किसी धर्म जाति की नहीं बल्कि आपके मुद्दों कि होगी आपकी सुविधाओं की जीत होगी,आपके बुढ़ापे के अच्छे दिन के लिए जीत होगी,आपके अच्छे स्वस्थ की रक्षा की जीत होगी।
Jan Tapish Team