इलाहाबाद विश्वलविद्यालय में हुवा एक भारत श्रेष्ठ भारत अभियान व्याख्यान का आयोजन।

 सुधीर सिन्हा।प्रयागराज।केंद्रीयइलाहाबाद विश्वविद्यालय में एक भारत श्रेष्ठ भारत कार्यक्रम की शुरूवात बड़े ही शानदार तरीके से हुई।

 माननीय प्रधान मंत्री जी द्वारा आरंभ किया गया यह कार्यक्रम भारत की विविधता में एकता दर्शाने वाला एक अनूठा कार्यक्रम  है वही इविवि में वर्ष 2021 के कार्यक्रमों का आरंभ भी  “भारत की विविधता और एकता”विषय पर आयोजित विशिष्ट व्याख्यान के साथ हुआ। व्याख्यान की मुख्यय वक्ता डा0 सरोज सिंह, एसो. प्रोफेसर (हिंदी), सीएमपी डिग्री कालेज, इविवि रहीं। मुख्य वक्ता  ने विषय पर अपनी बात रखते हुए कहा कि विविधता में एकता हमारे देश  की विशिष्ट पहचान है जो भारत को पूरे वैश्विक परिप्रेक्ष्य में अलग दर्शाती है। इन्होंने अपने वक्तव्य को जारी रखते हुवे आगे कहा कि देश में रहते हुए भले हमें इस का एहसास न  हो किंतु जब हम विदेश में होते हैं तो हमारी पहचान केवल भारतीय  की ही होती है। भारत के विभिन्न प्रदेशों में विविध धर्मों के जो भी  तीर्थ स्थान हैं, वे भारत की सांस्कृतिक एकता के आधार स्तंभ हैं।   

कार्यक्रम के आरंभ में इलाहा
बाद विश्वविद्यालय के हिंदी अनुवादक ने कार्यक्रम की रूपरेखा रखी तदोपरांत एक भारत श्रेष्ठ भारत अभियान के तहत इविवि के नोडल अधिकारी प्रो. संतोष भदौरिया (प्रोफेसर-हिंदी) एवं प्रो. अजय जैतली (प्रोफेसर- दृश्य कला) ने मुख्य‍ वक्ता का स्वागत किया। प्रो. संतोष भदौरिया (नोडल अधिकारी, EBSB) ने अपने स्वागत वक्तव्य में कार्यक्रम की विस्तार से चर्चा की। आपने  कहा कि भारत की ताकत विविधता में निहित है। बहुभाषी और बहुसांस्कृतिक होना हमारी  विशिष्टता है। बहुलता को रेखांकित  करते हुए विभिन्न संस्कृतियों की जानकारी देना ही  इस तरह के  के  विशेष व्याख्यानों  का मुख्य उद्देश्य है। 

इस व्याख्यान में इलाहाबाद विश्व विद्यालय एवं संघटक कालेजों के शिक्षक, कर्मचारी छात्र /छात्राएं उपस्थित रहे।  कार्यक्रम का संचालन इविवि के अनुवाद अधिकारी हरिओम कुमार ने तथा धन्यरवाद ज्ञापन प्रो. अजय जैतली (नोडल अधिकारी, EBSB) ने किया।



Jan Tapish Team