35 वर्षों की सेवा के बाद भी नही मिला प्रमोशन
जूनियर व अन्य विभाग के कर्मचारी को विभागीय चार्ज दिए जाने से नाराज अधिकारी ने लगाई न्याय की गुहार

डीएम,सीडीओ,जेटीओ, एडीओ,निदेशक,अपर निदेशक लखनऊ को भेजा शिकायती पत्र

सेवा निवृत्त भ्रस्ट अधिकारी के ख़िलाफ़ जांच कराए जाने की उठाई मांग

सुधीर सिन्हा,
Bureau Chief

प्रयागराज।   व्यक्ति ईमानदारी से अपना कार्य करे तो भी उसका  प्रमोशन विभाग में नही किया जाता है,वहीं जब कर्मचारी अपने हित के लिए अधिकारियों से गुहार लगता है तो उसकी फाइल  ही लंबित कर दी जाती है,ऐसा ही कुछ मामला है प्रयागराज के जिला बचत कार्यालय का ,जिसमे 35 सालों से कार्यरत वरिष्ठ अपर जिला बचत अधिकारी गोपाल चंद्र श्रीवास्तव जिन्हें वरिष्ठ होने के बाबजूद विभागीय चार्ज नही डित गया।इसके लिए इन्होंने   जिलाधिकारी सहित सीडीओ,जेटीओ,एडीओ, निदेशक राष्ट्रीय बचत के साथ ही अपर निदेशक राष्ट्रीय बचत उत्तर प्रदेश,राष्ट्रीय बचत निदेशालय लखनऊ को शिकायती पत्र भेज कर  श्री प्रकाश वर्मा,पूर्व सहायक  निदेशक बचत प्रयागराज के खिलाफ  जांच कराए जाने की मांग की है।एक अनोपचारिक भेंट वार्ता के दौरान गोपाल चंद्र श्रीवास्तव,वरिष्ठ अपर जिला बचत अधिकारी ,प्रयागराज ने बताया कि श्री प्रकाश वर्मा ,( पूर्व सहायक निदेशक बचत) माह अक्टूबर 2020 में सेवा निवृति हो गए इनके बाद मैं ही अपने विभाग का वरिष्ठ अधिकारी था इन्होंने मुझे कार्यालय का प्रभार न देकर  षड़यंत्र रचकर अपने परिचित कृषि विभाग के मुझसे काफी जूनियर  अश्वनी कुमार सिंह, कृषि अधिकारी को प्रभार दे दिया  जो कि पूरी तरह से नियम के विरुद्ध है।श्री श्रीवास्तव ने यह भी स्पष्ट किया कि इस तरह का प्रभार वहाँ दिलाया जाता है जहां पर वरिष्ठ अधिकारी नही होता है और जैसे ही विभागीय व्यक्ति उस पद पर पहुच जाता है तो अन्य व्यक्ति स्वयं उसे चार्ज देकर अपने मूल पद और कार्यालय में वापस लौट जाता है।उन्होंने उदाहरण देते हुवे बताया कि सीतापुर में आदेश संख्या 553 रा.बा. दिनांक 12,2,2020कौशाम्बी मेंआदेश संख्या 69/रा.बा,दिनाक 11,6,2020  व आदेश संख्या 77ए /रा.बा.दिनांक 31,7,2018,चित्रकूट में आदेश संख्या 285/रा.बा.दिनांक13,11,2018, झाँसी में आदेश संख्या 452/र.बा.दिनांक 14,12,2015,व आदेश संख्या 99/रा.बा दिनांक11,6,2020, लखीमपुर में आदेश संख्या 310/रा.बा. दिनांक 22,9,2020,सोनभद्र में आदेश संख्या 419/रा.बा दिनांक 11,8,2017श्रावस्ती में आदेश संख्या 30/रा.बा दिनांक 19,7,2019,इटावा में आदेश संख्या1र6/रा.बा दिनाक 23,7,2019 और महोबा जैसे जनपद में  आदेश संख्या 56/रा.बा.दिनांक 23,6,2018 के द्वरा विभाग के बाहर के अधिकारियों को विभागीय अधिकारी के न उपलब्ध होने पर जिलाधिकारियों के द्वारा प्रभार ग्रहण कराया गया परन्तु मेरे समकक्षीय अधिकारी जब वहां पहुँच गए तो बाहरी अधिकारियो से चार्ज  वापस लेकर विभागीय अधिकारियों को ही पुनः  चार्ज दे दिया गया।जिससे स्पस्ट भी होता है कि विभागीय अधिकारियों को ही उपरोक्त पद का प्रभार दिया जाना चाहिए। यह भी स्पस्ट है कि उपरोक्त 11 जनपदों में जिलाधिकारी द्वारा ही समकक्षीय राजपत्रित जिला स्तरीय अधिकारियों को ही सहायक बचत निदेशक का प्रभार दिया जाता रहा है ,परन्तु प्रयागराज में इसके विपरीत चार्ज दिए जाने से नाराज़ वरिष्ठ अपर जिला बचत अधिकारी गोपाल चंद्र श्रीवास्तव का कहना है कि मै वर्ष 1012-13से 6600 ग्रेड पे पर कार्य कर रहा हूँ और 35 वर्ष का विभागीय अनुभव के साथ साथ तमाम वरिष्ठ प्रशासनिक आई ए एस अधिकारियों के द्वारा सराहनीय कार्य का प्रसंशा पत्र देकर सम्मानित किया गया बावजूद इसके मुझे विभागीय चार्ज नही दिया गया। इसका कारण पूछने पर इन्होंने बताया कि पूर्व अधिकारी श्री प्रकाश वर्मा के द्वारा वित्तीय अनियमितताओं के साथ ही सेवा पुस्तिका में कई गई हेरा फेरी की जांच का मैने अधिकारियों से अनुरोध किया था, यही नही आर टी आई के तहत  मैने इसकी जानकारी भी मांगी थी  मगर ,उक्त के सम्बंध में अभी तक कोई कार्यवाही नही हो सकी। जिसके चलते हेरा फेरी की जांच से बचने के लिए श्री वर्मा ने नियम विरुध्द जाकर  अपने परिचित जिला कृषि अधिकारी  अश्वनी कुमार को चार्ज दे दिया  जो कि मुझसे वेतन में  एवम सेवा अवधि में कनिष्ठ है ।इसके लिए मैने जिलाधिकारी महोदय सहित तमाम अन्य अधिकारियों को शिकायती पत्र भेज कर उपरोक्त प्रकरण की गहनता से जांच कराए जाने की मांग करते हुवे कहा है  मैने विभागीय  वरिष्ठ अधिकारी  होने के नाते अश्वनी कुमार सिंह  प्रभारी सहायक निदेशक बचत/कृषि अधिकारी को  नियम विरुध्द दिया गया प्रभार  को वापस लिए जाने और विभागीय हित के साथ ही अन्य जनपदों की भांति ये प्रभार स्वयं को   दिलाये जाने की मांग की है। अब देखने वाली बात ये है कि  भ्रष्ट्राचार को जड़ से उखाड़ फेंकने का दम भरने वाली सरकार के आलाधिकारी इस  पर कब तलक नज़र डालकर  अपने ही विभागीय अधिकारी की प्रताड़ना को झेल रहे उस वरिष्ठ अधिकारी को न्याय दिला पाएंगे ,जिसने  तमाम अधिकारियों से न्याय की मांग की है।