भारत रत्न से अलंकृत हो पाठ्य पुस्तको में शामिल किया जाए।

 प्रयागराज। शनिवार को शहीद शिरोमणि चंद्रशेखर आजाद के शहादत दिवस के उपलक्ष में भारत भाग्य विधाता संस्था के द्वारा हस्ताक्षर अभियान की शुरुआत चंद्रशेखर आजाद पार्क से हुआ। इस हस्ताक्षर अभियान में  अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद को भारत रत्न से अलंकृत करने एवं शहीदों की शौर्य गाथा को  प्राथमिक कक्षाओं की पुस्तकों में शामिल करने की मांग को लेकर हुई।

 अभियान में शामिल लोगों ने बताया अगर समाज को नैतिक बनाना है बच्चों में अच्छे संस्कार डालने हैं तो हमें हर हाल में शहीदों क्रांतिकारियों की शौर्य गाथा को पाठ्यपुस्तक में डालना होगा। भारत भाग्य विधाता का यह संकल्प पत्र और हस्ताक्षर अभियान इसीलिए है कि नीति निर्माताओं को यह संदेश दिया जाए कि आम आदमी क्या चाहता है। न्यायमूर्ति अशोक कुमार सहित सैकड़ों लोगों ने संकल्प पत्र को भरा और यह भी कहा कि  अभी तक शहीद शिरोमणि चंद्रशेखर आजाद को भारत रत्न को ना मिलना बड़ा आश्चर्यजनक है। शहीदों की शौर्य गाथा उनके शहादत  के बारे में आज की पीढ़ी अनभिज्ञ है इसलिए यह बहुत आवश्यक है कि सरकार प्राथमिक कक्षाओं के पाठ्य पुस्तकों में सिलेबस के रूप में स्थान दें, जिससे कि आने वाली पीढ़ी देश की आजादी में अपने प्राणों को बलिदान करने वाले वीर सेनानियों के बारे में जान सकें।

 आज के इस हस्ताक्षर अभियान का संचालन  हाई कोर्ट बार एसोसिएशन के पूर्व कार्यकारिणी सदस्य उत्तम कुमार बनर्जी व डॉ प्रमोद शुक्ला, श्रीमती खुशी अरविंद  व पूनम मिश्रा अजय जी ने किया। कान्यकुब्ज ब्राह्मण सभा के मंत्री अवधेश कुमार शुक्ला आनंद घंडियाल ,शिव सेवक सिंह,पूर्व मंत्री नरेंद्र कुमार सिंह गौड़, जिला अधिवक्ता संघ के पूर्व अध्यक्ष विनोद चंद्र दुबे पूर्व मुख्य स्थाई अधिवक्ता कमरुल हसन सिद्दीकी ,स्वरा भारद्वाज सहित तमाम लोगो ने समर्थन दिया। यह संकल्प पत्र भारत भाग्य विधाता के अगुआ वीरेंद्र पाठक की देखरेख में भरवाया गया।