स्वरूपरानी नेहरू हाॅस्पिटल को सौंपे गए आईसीयू के लिए 100 माॅनीटर
मंत्री नन्दी ने एसआरएन में एक और ऑक्सीजन टैंकर लगाए जाने के दिए निर्देश
सुधीर सिन्हा
ब्यूरो चीफ़ प्रयागराज
प्रयागराज।स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय प्रयागराज के लिए शुक्रवार का दिन कुछ खास रहा ।यहां आईसीयू में भर्ती कोरोना मरीजों को पहले से और बेहतर ईलाज के साथ, मरीजों की क्लोज माॅनिटरिंग हो सके इसके लिए प्रदेश सरकार ने अस्पताल प्रशासन को आईसीयू के लिए 100 और माॅनिटर उपलब्ध कराए , जिसे उत्तर प्रदेश के नागरिक उड्डयन, अल्पसंख्यक कल्याण, राजनीतिक पेंशन, मुस्लिम वक्फ एवं हज मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी ने अस्पताल प्रशासन को सौंपा। इस दौरान जिलाधिकारी भानुचंद्र गोस्वामी के साथ एसआरएन हाॅस्पिटल के प्राचार्य डा. एसपी सिंह व अन्य लोग मौजूद रहे। इस दौरान मंत्री जी ने अस्पताल का निरीक्षण करते हुए चिकित्सकों एवं अधिकारियों के साथ बैठक कर व्यवस्थाओं के बारे में भी जाना और कठिन परिस्थितियों में भी लगातार लोगों की सेवा कर रहे चिकित्सकों व अन्य स्वास्थ्य कर्मियों का उन्होंने उत्साहवर्धन करते हुवे मंत्री जी ने कहा कि आईसीयू में एडमिट मरीजों के लिए क्लोज माॅनिटरिंग की जरूरत पड़ती है, जिसमें अस्पताल को उपलब्ध कराए गए कम्प्यूटराइज्ड माॅनिटर काफी मददगार साबित होंगे।
वहीँ एसआरएन मेडिकल काॅलेज के प्राचार्य डा. एसपी सिंह ने बताया कि माॅनिटर के जरिये आईसीयू में एडमिट पेशेंट का एसपीओ-2 ऑक्सीजन सेचुरेशन क्या है, यह पता चलता रहेगा और उसी के अनुसार डाॅक्टर भी ऑक्सीजन का फ्लो देख सकेंगे। इसके साथ ही ऑक्सीजन लगने पर बाइपैप में है, या वेंटीलेटर पर है पूरे पैरामीटर के वाइटल माॅनीटर पर आसानी से दिखते रहते हैं यही नही मरीज का पल्स रेट, ब्लड प्रेशर और ईसीजी भी डिस्प्ले करता रहता है, जिससे माॅनीटरिंग में दिक्कत नहीं होगी। माॅनीटर पर ऑक्सीजन सेचुरेशन भी शो करता है, जिससे पता चलता रहता है कि पेशेंट के बाॅडी के वाइटल क्या हैं। माॅनिटर पर सब कुछ दिखता रहता है, जो डाॅक्टर के ड्यूटी रूम से कनेक्ट रहता है। डाॅक्टर ड्यूटी रूम से भी माॅनिटर के जरिये पेशेंट के वाइटल पर नजर रख सकते हैं।इसके साथ साथ सेचुरेशन फाल कम होने पर माॅनीटर में अपने आप बीप की आवाज आने लगेगी ।
अपने विचार रखते हुवे प्रदेश के मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी ने कहा कि अब इस अस्पताल में आईसीयू के मरीजों की माॅनिटरिंग और अच्छे से हो सकेगी और डाॅक्टर के क्लोज ऑब्जर्वेशन में मरीजों का इलाज बेहतरी से हो सकेगा। बताते चले कि इस अस्पताल में 140 माॅनीटर पहले से थे, अब 100 और बढ़ाए गए हैं। अस्पताल में ऑक्सीजन की व्यवस्थाओं और आपूर्ति के बारे में जब मंत्री जी ने प्राचार्य डा. एसपी सिंह से पूछा तो उन्होंने बताया कि एसआरएन में ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए दो लिक्विड टैंक लगे हुए हैं, जिसकी क्षमता 40,000 लीटर है और पर-डे करीब 20 से 22 हजार लीटर ऑक्सीजन की यहां पर खपत है। टैंक में लिक्विड की सप्लाई जमशेदपुर से होती है। दो टैंकर पर-डे आते हैं, जिसकी वजह से एसआरएन में ऑक्सीजन आपूर्ति की व्यवस्था लगतार बनी हुई है और अभी तक ऑक्सीजन की यहां कोई कमी नहीं आई है इस जानकारी के बाद मंत्री जी ने आक्सीजन आपूर्ति के लिए कैपेसिटी बढ़ाए जाने व एक टैंकर और लगाए जाने का अस्पताल प्रसाशन को निर्देश दिया।