नज़्म

🌹🍫हम अक्सर 🌹🍫


हम हंस कर अक्सर ,

बातों को भूला करते है,

गफलतें को भी सर माथे

पर लिये करतें है,

☺️☺️☺️☺️☺️☺️☺️

हम हंस...........

कोई बात नही अगर 

तोहमतें है,जमाने में,

उनको मज़ा आता हैं

सताने में,...........

😂😂😂😂😂

हम...........

शिकायते बहुत है ,

जमाने को ,हमारी 

शख्सियत को बनाने में,

लपरवाह ,बेपरवाह ,

यहाँ तक नवाजा 

हमको बूत खाने में,

🧎🏻‍♀️🧎🏻‍♀️🧎🏻‍♀️🧎🏻‍♀️🧎🏻‍♀️🧎🏻‍♀️

हम.............

सोचती हूँ, किया ही 

क्या गुनाह जो 

गुनाहगार बना दिया 

जमाने ने....   

😔😔😔😔😔😔

हम................

बेहद खामोश चुप रह 

कर ही सब सहती हूँ

हाले दिल किसको बताऊँ

बस सोचती  रहती हूँ.

😔😔😔😔😔😔😔

हम.............

हवा घटा सब से बाते 

करती हूँ, कोई मिला

तो मिल लिये,

नहीं मिला सब्र कर लिया

जमाने में.........

🙂🙂🙂🙂🙂🙂

हंस......... 

याद आती है तड़पती हूँ,

पर खामेश होकर तकिया

भिगोती हूँ मैं.. ...

ये अश्क नहीं झूठे नही यारब,

लोगो की बातो को सोचकर 

अकेले घबराते है हम,

😟😟😟😟😟😟😟

हंस..... ...

दरियाँ हूँ यारो बहती हूँ, मैं

मैं जलजला अंदर सहती हूॅ मैं

लेकर हमारा आब प्यास 

बुझाना तुम.....

वक्त मिले तो मिलने,

 आ जाना तुम

😊😊😊😊😊😊

हंस..........

हर दिन इंतजार करती हूँ

दीदारे यार का,

शायद नसीब में लिखा है,

इंतजार और तल्ख इंतजार

👆🏻👆🏻👆🏻👆🏻👆🏻👆🏻

हंस...........

कभी तो ईद आयेगी,

और चाँद निकलेगा,

यही हौसला लेकर 

जीती हूँ,हमारा दामन,

भी खुशियों से भर 

जायेगा.......

😇😇😇😇😇😇😇

हंस..........

चलो कोई गम नहीं,

पुरसूकूँ में हैं वह यह 

कम नहीं ,

चलो खुदा उनको 

नवाजे , तमाम खुशियों से

यह दुआ तो कुछ कम नहीं

🎤🎤🎤🎤🎤🎤🎤🎤

हंस............


🌹🍫🎼🌹🍫🎼🍫


☺️ नंदिता एकांकी☺️


🎸🎻 प्रयागराज 🎵🎵