🍫🌹चलो शाम आयी 🌹🍫
चलो शाम आयी ,
बेहद तलख गर्मियों के,
बाद शरमाती लजाती शाम आयी
चलो शाम. ......
☺️☺️☺️☺️☺️☺️
चटख चठकीली किरनों
बोला ना ,शाम ,
जाओ आओ अपने
अफताब के पास
मुझे रहने दो अपने सनम रात के
साथ.............
किरन को गुस्सा आया
तल्खियो से बोला जा
रहा हूँ, फरमान ना सुना ,
शाम मुस्काई बेहद शोखी से
अरे जैसे हमेशा
शरारत करती हैं
🍫🍫🍫🍫🍫🍫🍫
चलो ...........
अरे दाँत किटकिट ना कर
जरा पल दो पल सकूँ तो भर
ले पानी पी लें ,ले मुँह मीठा कर लें
किरन देखता है ,
सोचता है,
चलो भईया अब तो चले
😂😂😂😂😂😂😂
चलो. .............
शाम सजती है संवरती है
ना जाने कितना निखरती हैं
माथे पर गोल सी बिंदियाँ
सफेद कपड़ो में ना जाने
क्या लगती है.....
🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚
चलो............
रात बोला.......
शाम तेरा चेहरा कितना चमकता है?
कौन से रूहानियत से इतना निखरती है....
आ बाहों मे आ तुझे ,ढेर सारा
प्यार कर लूँ तारों के चूनर से
तेरे माथे को ढक दूँ
💃🏼💃🏼💃🏼💃🏼💃🏼💃🏼💃🏼
चलो..............
शाम छुई मुई सरीखे शरमाई
फिर अपने सनम के बाँहों
ढुलक गई.......
🎻🎻🎻🎻🎻🎻
शाम............
बेहद खूबसूरत शमा है, गीत
गा रही है परियाँ,तो कुछ
पुरसकूँ के फूल फरिस्ते
बरसा रहे है........
💐💐💐💐💐💐💐
शाम..............
चलो अब चलते है,
कल की किरनों संग
फिर मिलते है.....
✍🏼✍🏼✍🏼✍🏼✍🏼✍🏼
🎵 नंदिता एकांकी🎵
.प्रयागराज